दयाहीनं निष्फलं स्यान्नास्ति धर्मस्तु तत्र हि
एते वेदा अवेदाः स्युर्दया यत्र न विद्यते ॥
बिना दया के किये गए कार्य का
कोई पुण्य का फल नहीं मिलता क्योंकि
ऐसे कार्यों में धर्म की उपस्थिति नहीं होती
#जय_श्रीराम🏹 #जय_बजरंगबली 🥀
Trilok Dube
@try27
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मुस लमानों से अपील है पांच बार नमाज पढ़ने के बाद भी अगर इस्लाम खतरे में है, तो एक बार हनुमान चालीसा पढ़ कर देख लो, खतरा टल जाएगा..सहमत हैं तो लिखकर फालो समथर्न करे🙏जय श्रीराम, गोविंदा