prinka gosh
1 month ago

prinka gosh

@prinka

i am using twipil😁👌❤️🌹

prinka gosh @prinka Post from: Mobile Profession - Student

Not a 'Brahmin'
Not a 'Kshatriya'
Not a 'Vaishya'
Not a 'Shudra'

Just an Ocean of Hindus 🔥

prinka gosh @prinka Post from: Mobile Profession - Student

Mt Mahadev 🕉️🛕🙏🚩❤️

Gomukh-Tapovan is one the best treks in India. During the trek one can get a mighty view of Mt. Shivling right from base to its summit.

Region: Uttarkashi, Uttarakhand
Duration: 6-8 Days
Grade: Moderate-Difficult
Max Alt: 14,202 ft.
#rebelamit #thehimalayas #Lordkrishnapainting . #lordkrishno #shivamypic #dharmajeetchandra #lordkrishno #uttarakhandheaven #uttarkashidiaries #gangotridham #gomukh #trekkingindia #himalayansalt #travelgangtok

prinka gosh @prinka Post from: Web Profession - Student

A rare shot of Snow Leopard at Ladakh 🐾🐾

prinka gosh @prinka Post from: Mobile Profession - Student

बीजेपी का सेंट पैट्रिक्स स्कूल से छंगामल राजकीय विद्यालय तक पहुँचना एक दिलचस्प कहानी है।

आडवाणी युग के साथ ही बीजेपी में ईसाई मिशनरी स्कूलों से पढ़े नेताओं के युग का अंत हो गया। आडवाणी सेंट पैट्रिक्स के थे। इनके बाद बड़े नेताओं में सिर्फ जेटली थे जो सेंट जेवियर्स वाले थे। वसुंधरा मिशनरी वाली हैं, पर किनारे हैं।

अब एक दम देसी स्कूल वाले बीजेपी को चला रहे हैं।

एक नड्डा और पीयूष गोयल हैं मिशनरी वाले पर वे साइड एक्टर ही हैं। राहुल गांधी सेंट स्टीफ़न्स और प्रियंका जीसस एंड मेरी वाली हैं।

कांग्रेस को भी दूसरी लाइन के नेताओं में ये बदलाव कर लेना चाहिए। वहाँ मिशनरी वाले बहुत ज़्यादा है जो उनकी

prinka gosh @prinka Post from: Mobile Profession - Student

क्या यह जातिवाद नहीं है?....

राजस्थान ऐसा राज्य है जहां:-
1. राज्यपाल - ब्राह्मण
2. मुख्यमंत्री - ब्राह्मण
3. बीजेपी अध्यक्ष - ब्राह्मण
4. डीजीपी - ब्राह्मण
5. मुख्य सचिव - ब्राह्मण

prinka gosh @prinka Post from: Mobile Profession - Student

एक बार एक राजपूत के घर की एक स्त्री स्नान कर रही थी, तभी संयोग से वहाँ से एक राजा की सवारी निकल रही थी...

हाथी पर बैठे राजा को अकस्मात स्त्री का चेहरा व गर्दन तक तन दिखा,व राजपूत स्त्री से राजा की नज़र भी टकरा गयी,तब तुरंत राजा हाथी से उतर गए और पैदल चलने लगे..

राजा के एक सुरक्षा-कर्मी ने राजा से पैदल चलने का कारण पूछा !! तब राजा ने कहा: हाथी पर बैठने के कारण मैंने अनजाने में एक राजपूत स्त्री का अंत कर दिया इसलिए मैं अब से भविष्य में कभी हाथी की सवारी नहीं करूंगा" और वास्तव में अगली सुबह खबर मिली की उस राजपूत घर की स्त्री ने अत्महत्या कर अपने प्राण त्याग दिये.....

मेरे भाइयों बहनों ऐसा रहा