Mt Mahadev 🕉️🛕🙏🚩❤️
Gomukh-Tapovan is one the best treks in India. During the trek one can get a mighty view of Mt. Shivling right from base to its summit.
Region: Uttarkashi, Uttarakhand
Duration: 6-8 Days
Grade: Moderate-Difficult
Max Alt: 14,202 ft.
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कल शनिवार को करें ये उपाय
ज्योतिष शास्त्र की बात हो तो दिन, वार, तिथि, नक्षत्र, चौघड़िया और होरा आदि का बहुत महत्व होता है।
शनिवार की सुबह शनि की होरा में पीपल के पेड़ पर शुद्ध घी का दिया और जल चढ़ाएं और बृहस्पति वार की सुबह केले के पेड़ पर गुरु की होरा में एक शुद्ध घी का दीपक लगायें और जल चढ़ायें।
(सर्दीयों में जल बहुत कम ही डालें)
07.01 am से 07.53 am तक, 5-10 मिनट
लगभग यही टाइम रहता वार से संबंधित ग्रह की होरा का।
(स्थान और सूर्योदय के आधार पर कुछ आगे पीछे )
इन उपायों को टोटका या फोक रेमेडीज कहा जाता है इनका प्रभाव शाबर मंत्रों के समान है दिखने सुनने में अजीब से लगते हैं पर अचूक होते
बीजेपी का सेंट पैट्रिक्स स्कूल से छंगामल राजकीय विद्यालय तक पहुँचना एक दिलचस्प कहानी है।
आडवाणी युग के साथ ही बीजेपी में ईसाई मिशनरी स्कूलों से पढ़े नेताओं के युग का अंत हो गया। आडवाणी सेंट पैट्रिक्स के थे। इनके बाद बड़े नेताओं में सिर्फ जेटली थे जो सेंट जेवियर्स वाले थे। वसुंधरा मिशनरी वाली हैं, पर किनारे हैं।
अब एक दम देसी स्कूल वाले बीजेपी को चला रहे हैं।
एक नड्डा और पीयूष गोयल हैं मिशनरी वाले पर वे साइड एक्टर ही हैं। राहुल गांधी सेंट स्टीफ़न्स और प्रियंका जीसस एंड मेरी वाली हैं।
कांग्रेस को भी दूसरी लाइन के नेताओं में ये बदलाव कर लेना चाहिए। वहाँ मिशनरी वाले बहुत ज़्यादा है जो उनकी
सारे विश्व में भारत ही एकमात्र
देश है जहां के लोगों को अपने
भविष्य की चिंता 1% है
और अपनी जाति के नेताओं के भविष्य की
चिंता 99% होती है।😮💨
कड़वा है मगर सच है।👍
एक बार एक राजपूत के घर की एक स्त्री स्नान कर रही थी, तभी संयोग से वहाँ से एक राजा की सवारी निकल रही थी...
हाथी पर बैठे राजा को अकस्मात स्त्री का चेहरा व गर्दन तक तन दिखा,व राजपूत स्त्री से राजा की नज़र भी टकरा गयी,तब तुरंत राजा हाथी से उतर गए और पैदल चलने लगे..
राजा के एक सुरक्षा-कर्मी ने राजा से पैदल चलने का कारण पूछा !! तब राजा ने कहा: हाथी पर बैठने के कारण मैंने अनजाने में एक राजपूत स्त्री का अंत कर दिया इसलिए मैं अब से भविष्य में कभी हाथी की सवारी नहीं करूंगा" और वास्तव में अगली सुबह खबर मिली की उस राजपूत घर की स्त्री ने अत्महत्या कर अपने प्राण त्याग दिये.....
मेरे भाइयों बहनों ऐसा रहा